पुत्र- पिताजी मुझे साइकिल चाहिए!
पिता- क्यों बेटा तुम तो स्कूल बस से स्कूल आते जाते हो!
पुत्र- पिताजी अब मैं आठवीं कक्षा में आ गया हूं, मेरे सभी दोस्त साइकिल से स्कूल आते हैं। मैं भी साइकिल से स्कूल जाना चाहता हूं।
पिता- लेकिन तुम्हारा स्कूल तो बहुत दूर है आने जाने में परेशानी होगी! मेरी बात मानो तो इस वर्ष स्कूल बस से ही आओ जाओ।
पुत्र- नहीं पिताजी मेरे सभी दोस्त शाम को पार्क में साइकिल चलाते हैं, कोई भी मुझे चलाने को नहीं देता है।
पिता- अच्छा तो यह बात है! ठीक है इस जन्मदिन पर तुम्हें भी साइकिल मिल जाएगी, लेकिन स्कूल तुम बस से ही जाओगे।
पुत्र- ठीक है पिताजी! आप सचमुच बहुत अच्छे हैं, धन्यवाद।