बेटी- मां! देखो मेरी ड्रेस कैसी है?
मां- (गुस्से में) यह किस तरह की ड्रेस है?
बेटी- मां आजकल यह सब फैशन है।
मां- नहीं बेटी! यह हमारी संस्कृति नहीं है। ऐसा कपड़ा पहनकर बाहर नहीं जाना चाहिए।
बेटी- इस ड्रेस में क्या खराबी है?
मां- फैशन करना गलत नहीं है, लेकिन कपड़ों का भी अपनी एक मर्यादा होती है।
बेटी- मुझे माफ कर दीजिए मां!
मां- बेटी!छोटे और फटे कपड़ों से फैशन नहीं होती। लड़की की असली सुंदरता उसकी स्वभाव और अच्छी व्यवहार होती है।
बेटी- ठीक है मां! मैं आज के बाद कभी छोटे और फटे कपड़े नहीं पहनूंगी।