झारखंड को जंगल की धरती भी कहा जाता है, झार शब्द झाड़ से लिया गया है जिसका मतलब होता है पेड़ पौधे पत्तियां आदि, और खंड शब्द का मतलब होता है इलाका, साथ ही झारखंड राज्य को हीरो का गर्भ भी कहा जाता है।
झारखंड की कुल आबादी वर्तमान समय में लगभग 3 करोड़ 96 लाख है, और इस राज्य की सीमाएं पश्चिम बंगाल बिहार उत्तर प्रदेश छत्तीसगढ़ और उड़ीसा से जुड़ी हुई है।
झारखंड राज्य अपने ऐतिहासिक धरती, प्राचीन मंदिरों और कई दार्शनिक स्थल के लिए पूरे भारत देश में प्रसिद्ध है, इस लेख में मैंने झारखंड राज्य में घूमने की प्रसिद्ध जगहों के बारे में बताया है अगर आप झारखंड राज्य से हैं तो एक बार इन जगहों पर जाकर घूमने का मन बना सकते हैं।
झारखंड में घूमने की जगह
- पतरातु वैली
- रांची
- जमशेदपुर
- बोकारो स्टील सिटी
- नेतरहाट
- घाटशिला
- लोध जलप्रपात
- मोती झरना
- तेनुघाट
- बाबा वैद्यनाथ मंदिर

पतरातु वैली
अगर आप प्राकृतिक प्रेमी है तो आप यहां सुकून भरा समय प्रकृति के करीब जाकर बिता सकते हैं, एकांत प्रेमियों के लिए भी यह जगह काफी ज्यादा मायने रखती है।
झारखंड के रामगढ़ जिला में स्थित पतरातु वैली एक खूबसूरत घाटी है जो अपने मनमोहक वातावरण, पर्यावरण, पहाड़ी सौंदर्य और बांध के लिए जाना जाता है, वीकेंड पर घूमने और मौज मस्ती करने के लिए यह एक परफेक्ट डेस्टिनेशन है, जहां आप अपने परिवार के साथ या दोस्तों के साथ आ सकते हैं।
यह पहाड़ी स्थल हरे-भरे जंगलों से घिरा हुआ है, जिसे ज़िक्जाक रोड और भी आकर्षित बनाने का काम करती है, पतरातु वैली आप बस या फिर अपने गाड़ियों से पहुंच सकते हैं, बस से आने के लिए आपको चांदनी चौक से पतरातु वैली के लिए बस लेना होगा, पतरातु वैली उन लोगों को काफी पसंद आएगा जिन्हें लॉन्ग—ड्राइव करना पसंद है।
हरे-भरे पेड़ों से घिरा घाटी के इस सड़क के नीचे उतरते वक्त लगभग 12 से भी ज्यादा खतरनाक घुमावदार मोड़ पड़ते हैं, अगर आप पतरातु वैली आए तो सेल्फी पॉइंट पर सेल्फी लेना बिल्कुल मत भूलिए, फिर आगे जाने के बाद आप पतरातू डैम पर पहुंचेंगे यहां पर आप स्पीडबोट का भी आनंद ले सकते हैं।
स्पीड से डैम की दूसरी किनारे पर बने सनसेट और सनराइज प्वाइंट में जाकर सनसेट और सनराइज का भी लुफ्त उठा सकते हैं, यह डैम लगभग 70 करोड़ की लागत से बनकर तैयार किया गया है।

रांची
रांची झारखंड राज्य की राजधानी है, यह शहर झारखंड राज्य की राजधानी होने के साथ-साथ इस राज्य का एक प्रमुख जिला भी है, रांची को झरनों का शहर और स्पोर्ट सिटी जैसे नामों से जाना जाता है, तथा अगर आपको प्राकृतिक से ज्यादा लगाव है तो एक बार रांची जरूर आए क्योंकि समुद्र तल से 651 मीटर ऊंचाई पर बसा रांची शहर चारों ओर से घने जंगलों और पहाड़ों से घिरा हुआ है।
जिस कारण यहां की जलवायु सालों भर सुहावना रहता है, हालांकि अनियंत्रित वनों की कटाई और शहर की विकास के कारण यहां का औसत तापमान में तेजी से वृद्धि हुई है जो कि हम सभी के लिए एक चिंता का विषय है।
रांची शहर पहले के समय में बिहार राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी हुआ करता था, लेकिन सन 2000 में झारखंड और बिहार के बंटवारे के बाद रांची को झारखंड की न्यायिक राजधानी का दर्जा प्राप्त हुआ अतः रांची में घूमने योग्य स्थान पतरातु वैली, दशम फॉल, जगन्नाथ मंदिर, जोन्हा फॉल, रॉक गार्डन, टैगोर हिल, रांची लेक और बिरसा जूलॉजिकल पार्क जैसी जगहों पर घूम सकते हैं।

जमशेदपुर
झारखंड का सबसे बड़ा शहर जमशेदपुर अपनी सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है, पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सेंट्रल के साथ-साथ स्टेट लेवल पर भी कई सारे प्रयास किए जा रहे हैं, झारखंड के जमशेदपुर जिला और उसके आसपास के इलाकों में मौजूद टूरिस्ट डेस्टिनेशन को डिवेलप करने के लिए स्टेट टूरिज्म डिपार्टमेंट द्वारा कई प्रोजेक्ट तैयार किए गए हैं।
स्वर्ण रेखा पर स्थित चांडिल डैम सुंदरता का एक स्थान है यह डैम झारखंड के सबसे ज्यादा देखी गई जगहों में से एक है, चांडिल डैम के आसपास स्थित संग्रहालय में चट्टानों पर लिखि गई लिपियां है जो 2000 वर्षों पुरानी है, बांध की ऊंचाई 220 मीटर है जो देश की विभिन्न हिस्सों से आने वाले पर्यटकों को नौकायन और बांध के आसपास और आसपास की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद देती है।
यहां बहुत बड़े पैमाने में मछली पालन भी किया जाता है, यहां पर उपस्थित हुडकु लेक टेल्को कॉलोनी के पहाड़ी इलाकों में स्थित यह झील उन लोगों के लिए काफी सही जगह है जिनको प्रकृतिक से प्रेम है, आप यहां पर आकर स्टील इंडस्ट्री, टाटा इंजीनियरिंगस, लाफास सीमेंट और टाटा पावरस का बेहद सुंदर नजारा पहाड़ के ऊपर से ले सकते हैं, झील के आसपास का सुंदर दृश्य इस पूरे क्षेत्र को काफी मनोरम बनाता है।

बोकारो स्टील सिटी
बोकारो झारखंड राज्य का एक जिला है यह शहर अपने सरकारी क्षेत्र की इस्पात उद्योग के लिए प्रसिद्ध है तथा स्टील सिटी के नाम से जाना जाता है, बोकारो जिले का निर्माण 1 अप्रैल 1991 को तत्कालीन धनबाद जिले के चास, चंदनक्यारी प्रखंड गिरिडीह जिले के पूरे बेरमु अनुमंडल को लेकर गठित किया गया है।
बोकारो में इस्पात उद्योग स्थापित होने के मुख्य कारण यहां लौह अयस्क, कोयला, मैग्नीज, बिजली, पानी सुल्भ तरीके से प्राप्त हो जाता है, यहां मुख्य अर्थव्यवस्था का आधार इस्पात उद्योग है, बोकारो छोटा नागपुर पठार में स्थित है।
बोकारो जिले के पूर्व में धनबाद तथा पश्चिम बंगाल राज्य की कुछ अंश, पश्चिम में रामगढ़, दक्षिण में पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले तथा उत्तर में गिरिडीह, हजारीबाग, धनबाद, अवस्थित है बोकारो को शैक्षणिक शहर भी कहा जाता है, बोकारो जिला झारखंड राज्य के साफ- सुथरे तथा खूबसूरत जिलों में से एक है।
इसकी खूबसूरती का लुफ्त उठाना पर्यटकों को काफी पसंद भी है, बोकारो के मुख्य पर्यटक स्थल में से सबसे पहला आता है- राम मंदिर- बोकारो का राम मंदिर एक दर्शनीय स्थल है, जहां स्थानीय लोगों के अलावा दूर-दूर से पर्यटक इस स्थान को देखने आते हैं, जगन्नाथ मंदिर- जगन्नाथ मंदिर बोकारो के सेक्टर 4 में अवस्थित है।
जो जवाहरलाल नेहरू जैविक उद्यान के बिल्कुल सामने तथा ठीक उसके विपरीत में है गरगा डैम-यह डैम गरगा नदी पर बनाया गया है जो दामोदर नदी का सहायक नदी है, सैलानियों को काफी लुभाती है तेनुघाट डैम-यह डैम 1978 में दामोदर घाटी निगम के निर्माण हेतु दामोदर नदी पर बनाया गया है, जिसके कारण तेनुघाट के पश्चिम में जलाश्य का निर्माण हो गया है।

नेतरहाट
नेतरहाट झारखंड के लातेहार जिले में स्थित है, नेतरहाट को छोटा नागपुर की रानी भी कहा जाता है, नेतरहाट को वन्यजीव और प्राकृतिक सौंदर्य है, नेतरहाट चारों ओर से हरी-भरी जंगलों तथा पहाड़ों से घिरा हुआ है।
अगर आप कभी आए तो यहां की प्रकृतिक सैंदरय सनसेट तथा सनराइज प्वाइंट देख सकते हैं तथा साथ ही साथ कोयल पॉइंट का भी नजारा देखने को मिलेगा, नेतरहाट को हिल स्टेशन के नाम से भी जाना जाता है, यहां एक टैगलाइन है ‘नेचरस हार्ट’ झारखंड का एकलौता ऐसा जगह है जहां पे हिल स्टेशन का मजा मिलेगा।
और पहाड़ों का आनंद भी ले सकते हैं, झारखंड का सबसे ऊंचा झरना भी यहीं पर स्थित है, यहां की घाटी ऐसी है जैसे लगता है कि हम हिमालय घाटी की चढ़ाई कर रहे हैं, यहां पर पाइन ट्रीस जो कि अक्सर हिमालय के इलाकों में पाया जाता है लेकिन यहां भी आपको देखने को मिलेगा।

घाटशिला
झारखंड राज्य को खूबसूरत प्राकृतिक दृश्यों का घर कहा जाता है, ऐसी प्रकृति के अनोखे उदाहरण है झारखंड का घाटशिला, घाटशिला झारखंड में जमशेदपुर के पास स्थित एक छोटा शहर है जो अपने यूरेनियम, तांबा और अन्य खनिजों के खान के लिए प्रसिद्ध है।
पास में भारतीय यूरेनियम निगम का कारखाना अवस्थित है जो पूरे देश के यूरेनियम की जरूरत पूरी करता है, घाटशिला सुंदरता से भरा हुआ है क्योंकि यह दो पर्वत श्रृंखला के बीच अवस्थित है, नदी स्वर्णरेखा दो श्रेणियों को अलग करती है और यह प्रकृति के आश्चर्य को देखने के लिए एक आकर्षक दृश्य है।

लोध जलप्रपात
झारखंड राज्य के लातेहार जिले में यह जलप्रपात स्थित है, यह झारखंड का सबसे बड़ा जलप्रपात माना जाता है, जिसकी ऊंचाई लगभग 143 मीटर है, इसे बूढ़ा घाघ के नाम से भी जाना जाता है, यह एक हरे-भरे जंगलों से घिरा हुआ है, यह पहाड़ों के बीच से होकर गुजरता है, यह एक बहुत ही प्राकृतिक सौंदर्य है जो कि यहां पर अलग-अलग जगह से घूमने के लिए पर्यटक आते हैं।

मोती झरना
मोती झरना झारखंड के साहेबगंज जिले में स्थित है, यह साहेबगंज जिले के सबसे प्रसिद्ध झरनों में से एक है, ऊंचे-ऊंचे पहाड़ और झरने के आसपास लगे केले के पत्ते और आसपास की हरियाली इस जलप्रपात की खूबसूरती में चार चांद लगा देती है।
झरने के पास ही मंदिर है जो गुफा के अंदर मौजूद है, यह मंदिर शिव जी को समर्पित है, जिसे मोतीनाथ भी कहा जाता है, इस कारण से यहां के झरने का नाम मोती झरना पड़ा इस जलप्रपात के खूबसूरती देखते ही बनती है इसकी ऊंचाई लगभग 50 मीटर है। अगर आप कभी साहेबगंज आए तो इस झरने को जरूर देखें।

तेनुघाट
तेनुघाट बांध बड़ी मात्रा में बिजली पैदा करना, सिंचाई, उद्योगिक उपयोग और घरेलू उद्योग उद्देश्यों के लिए महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करता है, तेनुघाट डैम झारखंड राज्य के बोकारो जिले में स्थित है, दामोदर नदी पर तेनुघाट डैम का निर्माण किया गया है।
इस डैम का निर्माण 1974 में किया गया था, यह डैम रांची से लगभग 90 किलोमीटर और बोकारो स्टील सिटी से लगभग 55 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, दामोदर नदी पर दामोदर नदी घाटी परियोजना और इसके सहायक नदी बराकर नदी पूर्वी भारत में स्थित है, यह झारखंड में सबसे अच्छी पिकनिक स्पॉट में से एक है और हर साल झारखंड के अलावा बिहार और पश्चिम बंगाल से भी लोग यहां आते हैं।

बाबा वैद्यनाथ मंदिर
झारखंड के अति प्रसिद्ध मंदिरों में से एक बाबा बैद्यनाथ मंदिर भी है, जोकि झारखंड राज्य के देवघर में स्थित है यह मंदिर इतना प्रसिद्ध है कि लोग इसे बैद्यनाथ धाम के भी नाम से भी पुकारते हैं, भक्तों का मानना है कि यहां आने वाले सभी लोगों की मनोकामनाएं पूरी होती है और इस मंदिर की वास्तुकला की संरचना वाकई में बहुत ही खूबसूरत है।
निष्कर्ष
अब आपको झारखंड में घूमने की प्रसिद्ध जगहों के बारे में मालूम हो गया होगा, और आपको इन जगहों के बारे में भी बहुत कुछ जानने को मिला होगा अगर आप इस लेख से संबंधित हमसे कोई सवाल पूछना चाहते हैं, या कोई सुझाव देना चाहते हैं तो हमें कमेंट बॉक्स के माध्यम से जरूर बताएं आपके सवालों का जवाब जल्द से जल्द देने की कोशिश करेंगे।