आज के समय में सबसे ज्यादा टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने वाला देश साथ ही अपने हर छोटे से छोटे एक कार्य को करने के लिए अपने पास अनेक प्रकार के मशीन बनाने वाला देश साथ ही अपनी स्वच्छता यानी साफ-सफाई से मशहूर देश जापान ही है, यहां के टेक्नोलॉजी ने हवा से भी तेज बुलेट ट्रेन का आगाज किया है यही कारण है कि जापान अपने विचारों और हर रोज की तकनीक से बहुत ही आगे निकल रहा है।
यह देश एशिया महाद्वीप का प्रमुख देशों में से एक है इस देश को एशिया महाद्वीप का सबसे विकसित देश भी माना जाता है क्योंकि यहां के लोग खुद पर निर्भर रहते हैं एवं विश्वास रखते हैं यही वजह है कि यहां के लोग सिर्फ पूरी आबादी में से 4% ही बेरोजगार हैं।
इस बात से आप भी अंदाजा लगा सकते हैं कि यहां के लोग कितने कारगर हैं, सबसे ज्यादा आप पढ़े लिखे लोग भी जापान में ही पाए जाते हैं क्योंकि जापान का साक्षरता दर भी 99% है।
जापान की खोज किसने की थी?
जापान की खोज 1679 में सेंट फ्रांसिस जेवियर ने की थी।
जापान की राजधानी कहां है?
जापान की राजधानी टोक्यो में है, यह जापान का सबसे बड़ा शहर है।
जापान की मुद्रा क्या है?
जापान की मुद्रा येन है इसे सामन्य तौर पर ¥ प्रतीक से दर्शाया जाता है।
जापान का इतिहास
जापान का इतिहास बहुत ही अजीब रहा है आपको बताते चलें कि अभी तक यह ज्ञात नहीं हुआ है कि मनुष्य पहली बार इस जापानी दीप समूह पर कब बसे थे लंबे समय से यह माना जाता था कि जापान में किसी भी प्रकार का पुरुष कालीन व्यवसाय था ही नहीं, लेकिन दूसरा विश्वयुद्ध के बाद पूरे देश भर में बहुत सारे साइटों का पता लगाया गया था, इसमें कोई संदेह नहीं है कि जिन लोगों ने जापानी औजारों का इस्तेमाल किया वो सब एशियाई महाद्वीप से जापान चले गए।
जापान का प्रथम लिखितगवाही 57 ईसवी के एक चीनी लेख से मिलता है, इस लेख में एक ऐसे भी राजनीतिज्ञ के चीन दौरे का वर्णन है जो पूर्व किसी दीप से आया था धीरे धीरे दोनों देशों के बीच राजनैतिक और सांस्कृतिक संबंध स्थापित हुए उस समय जापानी एक वैदिक धर्म का पालन करते थे, जिसमें कई देवता हुआ करते थे छठी शताब्दी में चीन से होकर बौद्ध धर्म जापान पहुंचा।
इसके बाद पुराने धर्म यानी को शिंतो की संज्ञा दी गई जिसका शाब्दिक अर्थ देवताओं का पंथ होता है, लेकीन बौद्ध धर्म ने पुरानी मान्यताओं को खत्म नहीं किया, लेकीन मुख्य धर्म बौद्ध ही बना रहा चीन से बौद्ध धर्म का आगमन उसी प्रकार हुआ जिस प्रकार लोग लिखने की प्रणाली तथा मंदिरों की सांस्कृतिक तथा शैक्षणिक कार्यों के लिए उपयोग किया।
जापान का विकास इतना तेज कैसे हुआ?
आपको बताते चलें कि जापान का तरक्की में वहां के लोगों का बहुत ही बड़ा योगदान रहा है वहां के लोगों बिना थके हारे कई घंटे एक जगह पर बैठे-बैठे न जाने कितने कार्य को निपटा देते हैं इसका मुख्य कारण यह है कि वहां पर काम करने वालों को कुछ घंटे आराम करने की सुविधा भी दी जाती है।
वहां के लोगों का मानसिक क्षमता बहुत होता है इसका मुख्य कारण यह है कि वहां के बच्चे अपनी बचपन पूरा ध्यान के साथ या तो 10 साल तक खेलने में गुजार देते हैं क्योंकि वहां का कानून है की बच्चे को 10 साल तक किसी भी तरह के स्कूली शिक्षा से दूर रखें जिससे वह बचपन का भरपूर आनंद ले सके।
अगर वही बच्चे पढ़ाई करते हैं तो अपना क्लास का सफाई भी खुद करते हैं और पढ़ाई में इसलिए तेज होते हैं कि वहां का तकनीकी सुविधा ने लोगों को अल्ट्रा इंटेलिजेंट बना देता है यही वजह है कि जब यही बच्चे बड़े हो जाते हैं तो अनेक प्रकार के मशीन का आविष्कार लोगों की सुविधा के लिए करते हैं सिर्फ इतना ही नहीं यहां के बच्चे को विशेष क्लास तकनीकी सुविधा के जरिए टेक्नोलॉजी का नॉलेज दिया जाता है।
जापान से जुड़ी रोचक तथ्य
- सबसे पहला न्यूक्लियर अटैक जापान में ही हुआ था।
- जापान और 6849 छोटे-छोटे महाद्वीपों से बना है।
- जापान में केवल 2% लोग ही अन्य देशों से आए हैं।
- जापान में रहने के लिए घर बहुत छोटे-छोटे होते हैं।
- टोक्यो का शिंजुकु रेलवे स्टेशन सबसे बिजी माना जाता है।
- जापान में मोटा होना गैरकानूनी है जिससे मेटाबो लॉ कहा जाता है।
- जापान के लोग काली बिल्ली पढ़ना पसंद करते हैं क्योंकि वे इसे शुभ का प्रतीक मानते हैं।
- यहां के लोग टेढ़े दांत रखना पसन्द करते हैं क्योंकी यहां का यह परंपरा भी है यहां तो जान बूझ कर दांत टेढ़ा कराते हैं।
- यहां के लोग मिलने पर हाथ नहीं मिलाते बल्कि अपना सर झुका कर के एक दूसरे के प्रति सम्मान की भाव दिखाते हैं।
निष्कर्ष
आप ने यहां पर जापान की खोज किसने की थी से लेकर जापान से जुड़ी बहुत जानकारी को पढ़ा हमें उम्मीद है कि यह लेख आपको जरूर पसन्द आया होगा अब तक तो आप भी जान गए होंगे कि जापान कितना विकसित देश है और साथ ही इस देश में लोग इतने मजबूत और स्वस्थ कैसे होते हैं।
जापान आने वाले दिनों में भी और तरक्की की राह पर लंबे समय तक चलने वाला देश बना रहेगा क्योंकि यहां के लोग आलसी बहुत कम होते हैं यहां के लोग ज्यादा कर्मठ एवं संघर्षशील होते हैं और जहां का इतने अच्छे युवा रहेंगे उस देश की विकास होना तय है जिस देश का भी भविष्य देखना हो तो वहां के बच्चों और नौजवानों की संघर्ष देखनी चाहिए।
वैसे आप इस देश के बारे में क्या सोचते हैं अपना राय कमेंट बॉक्स में जरूर बताइएगा और अपने दैनिक जीवन में भी हर रोज नए-नए चीज सीखते रहिएगा और अपने देश का भविष्य का निर्माण चमकदार बनाईगा हम आशा करते हैं कि आप अपने जीवन में अच्छे कार्य के प्रति जागरूक होंगे और देश के निर्माण में अपना योगदान एक जापान जैसा देश बनाने में जरूर करेंगे।