मेरी माँ पर निबंध – Essay on My Mother in Hindi

प्रस्तावना

मां अनपढ़ होती है रोटी एक मांगो तो हर बार दो दे देती है, मां सबकी जगह ले सकती है, लेकिन इस दुनिया में मां की जगह कोई नहीं ले सकता है, इसलिए हमें कभी भी अपनी मां का दिल नहीं दुखाना चाहिए।

एक मां ही होती है जो घर की सारी मुसीबतों को हमसे छुपा कर हमेशा हमारे चेहरे पर खुशियां लाना जानती हैं, जब हम छोटे होते हैं तो, हम बोलना भी नहीं जानते है लेकिन हमारी मां हमारे बोले बिना ही हमारी बातों को समझ जाती है।

चाहे हमारी उम्र कोई भी हो जब हमें चोट लगती है तो हमारे लफ्ज़ से पहला शब्द “मां” ही निकलती है, बचपन में चोट लगने पर मां का फूंक मारना और कहना अभी सब ठीक हो जाएगा, वैसा मलहम आज तक कही दुनिया में नहीं बना है।

मेरी प्यारी मां 

मेरी प्यारी मां दुनिया की सबसे सुंदर मां है, मेरी मां मुझे दुनिया के हर मुसीबतों से बचाती है, जब मैं बहुत दुखी होता हूं तो मेरी मां ही मुझे मनाती है, मेरी मां एक सबसे अच्छी दोस्त है, मैं अपनी हर बात को अपनी मां के साथ शेयर करना पसंद करता हूं।

मेरी मां हमेशा मुझे अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करती है, जब मैं बीमार पड़ जाता हूं तो मेरी मां हमेशा मेरे पलंग के बगल में बैठी रहती है जब तक कि मैं सो नहीं जाता।

मेरी मां बहुत ही भोली है, मुझे कॉलेज जाने का मन नहीं होता है तो अपने बिस्तर से बहुत देर सो कर उठता हूं, जिससे मेरे इस हरकत से मेरे पिताजी मुझ पर बहुत गुस्सा करते हैं, लेकिन मेरी मां समझ जाती है कि मेरे राजा बेटा को आज कॉलेज जाने का मन नहीं है, इसीलिए मेरी मां मेरे दरवाजे को बाहर से बंद कर देती है और बोलती है कि इसका तबीयत खराब है, और मुझे देर तक सोने देती है।

मुझे मेरी मां का बनाया हुआ खाना बहुत पसंद है, क्योंकि मेरी मां सबसे अच्छा खाना बनाती है, जब मैं कुछ दिनों के लिए कहीं बाहर घूमने चला जाता हूं और घर पर वापस आता हूं तो मेरी मां मेरे लिए मेरे पसंदीदा खाना पकाती है।

सर्दियों के दिनों में रातों में एक दो बार नींद से जाग कर, मेरी मां मेरे बिस्तर को ठीक करती हैं, क्योंकि मैं अक्सर नींद में अपने बिस्तर को इधर-उधर बिखेर देता हूँ, मुझे सर्दी ना लग जाए इसीलिए मेरी मां मुझ पर सर्दियों के दिनों में अक्सर ध्यान दिया करती है।

आज मैं (20 वर्ष) बहुत बड़ा हो गया हूं, लेकिन फिर भी मैं पढ़ते पढ़ते हैं जब थक जाता हूं तो अपने टेबल में कॉपी पुस्तक बिखेर कर ही सो जाया करता हूं, लेकिन मेरी मां हमेशा मेरी टेबल पर भी बिखरी हुई कॉपी, पुस्तकों को समेटकर सही जगह पर रख देती है, और मुझे नींद से जगा कर अपने बिस्तर पर जाकर सोने के लिए बोलती है।

उपसंहार

सभी की मां दुनिया की सबसे सुंदर मां होती है, और सबसे अच्छी दोस्त भी, दुनिया में हर कोई मुसीबत में आपका साथ छोड़ सकता है, लेकिन हमारी मां हमारा साथ कभी नहीं छोड़ सकती है, इसीलिए हमें हमेशा अपनी मां की इज्जत करनी चाहिए, और मां की ममता की महत्व को समझना चाहिए।

सीधा साधा भोला भाला

मैं ही सबसे सच्चा हूं।

मैं कितना भी बड़ा हो जाऊं

मां मैं आज भी तेरा बच्चा हूं।।

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