रांची,
झारखंड,
15 जनवरी 2020,
पूजनीय दादा जी,
सादर चरणस्पर्श,
हम यहां सकुशल हैं, आशा करता हूं कि आप भी वहां स्वस्थ और सकुशल होंगे, दादा जी आपको यह जानकर प्रसन्नता होगी कि मैं नवीं कक्षा उत्तीर्ण करके दशवीं कक्षा में आ गया हूं, यहां की सभी अध्यापिकाएं मेरे लिए नई हैं, परंतु मेरे पास सभी पुराने मित्र वही हैं,अब हमारी पढ़ाई थोड़ी कठिन हो गई है, मैं मनलगाकर पढ़ाई करूंगा और आप सभी को कभी निराश नहीं करूंगा, गर्मी की छुट्टियां मनाने के लिए मैं आपके पास आऊंगा। पत्र लिखना समाप्त करता हूं, बाकी अगले पत्र में लिखूंगा।
दादी जी, चाचा व चाची जी को मेरा प्रणाम बोल दीजिएगा।
आपका पोता
अमित तिवारी